
देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में CBI ने पहली बड़ी कार्रवाई करते हुए टिहरी के शहीद श्रीमति हंसा धनाई राजकीय महाविद्यालय की सहायक प्रोफेसर सुमन चौहान को गिरफ्तार कर लिया है। शनिवार को उन्हें विशेष CBI अदालत में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
CBI ने अब बेरोजगार संघ के पूर्व अध्यक्ष बॉबी पंवार को भी पूछताछ के लिए तलब किया है। उन्हें सोमवार को पेश होने के निर्देश दिए गए हैं।
कैसे हुआ था पेपर लीक खुलासा?
21 सितंबर 2024 की स्नातक स्तरीय परीक्षा के दौरान हरिद्वार के बहादराबाद परीक्षा केंद्र पर अभ्यर्थी खालिद ने छिपे मोबाइल से प्रश्नपत्र की तस्वीर खींचकर अपनी बहन साबिया को भेजी थी। साबिया ने यह तस्वीर आगे सहायक प्रोफेसर सुमन चौहान को भेज दी।
स्थानीय पुलिस ने खालिद और साबिया को गिरफ्तार किया था, जबकि सुमन चौहान को उस समय छोड़ दिया गया था।
मामला उजागर होने पर सबसे पहले इसकी जानकारी बॉबी पंवार तक पहुंची, जिन्होंने मीडिया में पेपर लीक का खुलासा किया। विरोध बढ़ने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने CBI जांच की घोषणा की थी। इसके बाद 26 अक्टूबर को CBI ने केस दर्ज किया।
बॉबी पंवार बोले—‘CBI का इंतजार था, पूरा सहयोग करेंगे’
CBI नोटिस पर प्रतिक्रिया देते हुए बॉबी पंवार ने कहा कि वे काफी समय से पूछताछ के बुलावे का इंतजार कर रहे थे और जांच में पूरा सहयोग करेंगे।
CBI की ताज़ा कार्रवाई के बाद माना जा रहा है कि पेपर लीक का पूरा नेटवर्क जल्द बेनकाब हो सकता है। जांच एजेंसी लगातार नए सबूत जुटा रही है।











