UTTARAKHAND पुलिस को बड़ी सफलता हासिल, 10 करोड़ 23 लाख 84 हजार रुपये की प्रतिबंधित ड्रग्स बरामद, एक 22 वर्षीय महिला गिरफ्तार

चम्पावत/टनकपुर– नशा मुक्त देवभूमि अभियान के तहत उत्तराखंड पुलिस ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। आईजी कुमाऊं रिद्धिम अग्रवाल के कुशल नेतृत्व में जनपद चम्पावत एवं पिथौरागढ़ पुलिस की संयुक्त टीम ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए 10 करोड़ 23 लाख 84 हजार रुपये मूल्य की प्रतिबंधित MDMA ड्रग्स (मेथाइलेंडाइऑक्सीमेथाम्फेटामीन) बरामद की है। इस कार्रवाई में एक 22 वर्षीय महिला को गिरफ्तार किया गया है, जो नेपाल सीमा के पास शारदा नहर क्षेत्र में संदिग्ध परिस्थितियों में घूम रही थी।

कैसे हुआ खुलासा?

दिनांक 12 जुलाई 2025 को पुलिस उपाधीक्षक टनकपुर सुश्री वन्दना वर्मा के पर्यवेक्षण में गठित 14 सदस्यीय पुलिस टीम ने गढ़ीगोठ पुल, पम्पापुर क्षेत्र में सुबह लगभग 5:45 बजे चेकिंग अभियान चलाया। इसी दौरान टीम ने एक महिला को काले बैग के साथ नहर की ओर जाते हुए देखा। संदेह होने पर उसे रोका गया और सीओ टनकपुर की उपस्थिति में तलाशी लेने पर 5 किलो 688 ग्राम MDMA बरामद की गई।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड: पुलिस की वर्दी में वीडियो बनाना युवकों को पड़ा भारी, हुई कार्यवाही…..जाने पूरा मामला….

गिरफ्तार महिला की पहचान:

नाम: ईशा

पति का नाम: राहुल कुमार

निवासी: ग्राम पम्पापुर, थाना बनबसा, जनपद चम्पावत

उम्र: 22 वर्ष

महिला ने पूछताछ में बताया कि यह ड्रग्स उसे उसके पति राहुल कुमार और उसके साथी कुनाल कोहली (टनकपुर निवासी) ने पिथौरागढ़ से 27 जून को लाकर दी थी, जिसे वह आज नहर में फेंकने जा रही थी।

बरामदगी का विवरण:

पहला पुलिंदा: 3 किलो 424.5 ग्राम (भूरा ढेलेदार पदार्थ)

दूसरा पुलिंदा: 2 किलो 263.5 ग्राम (सफेद दानेदार पदार्थ)

कुल बरामद: 5 किलो 688 ग्राम

बाजार मूल्य: ₹18,000 प्रति ग्राम

कुल कीमत: ₹10,23,84,000 (दस करोड़ तेईस लाख चौरासी हजार रुपये)

कानूनी कार्यवाही:

एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/21/22 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है।

ड्रग डिटेक्शन किट से मौके पर ही MDMA की पुष्टि की गई।

महिला को थाना बनबसा ले जाया गया है।

यह भी पढ़ें 👉  मुख्यमंत्री के आदेश के बाद लालकुआं में भी शुरू हुआ मिशन कालनेमी....जाने क्या है पूरा मामला

बड़ी साजिश का पर्दाफाश:

गिरफ्तार महिला के पति राहुल कुमार और उसके साथी कुनाल कोहली की तलाश जारी है। दोनों महाराष्ट्र के ठाणे में एक NDPS केस में भी वांछित हैं। पुलिस को शक है कि इस नेटवर्क का अंतर्राष्ट्रीय संपर्क भी है, खासकर नेपाल व नाइजीरियाई गिरोहों से।

पिथौरागढ़ फैक्ट्री नेटवर्क पर पुलिस की नजर:

इस कार्रवाई से पहले चम्पावत और पिथौरागढ़ पुलिस ने संयुक्त रूप से थल क्षेत्र से नशीली पदार्थों की अवैध लैब और उपकरण जब्त किए थे। उसी नेटवर्क की कड़ियों को जोड़ते हुए यह नई कामयाबी सामने आई है।

टीम को मिला नगद पुरस्कार:

इस उल्लेखनीय सफलता पर आईजी कुमाऊं श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल ने टीम को ₹20,000 नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। उन्होंने इसे “टीम की सतर्कता, समर्पण और समन्वय का प्रतीक” बताया।

पुलिस टीम में शामिल अधिकारी:

1- टनकपुर (चम्पावत) से:

यह भी पढ़ें 👉  मुख्यमंत्री के आदेश के बाद लालकुआं में भी शुरू हुआ मिशन कालनेमी....जाने क्या है पूरा मामला

2- सुश्री वन्दना वर्मा (पुलिस उपाधीक्षक)

3- लक्ष्मण सिंह जगवाण (SOG प्रभारी)

4- सुरेन्द्र सिंह कोरंगा (SO, बनबसा)

5- सोनू सिंह (प्रभारी ANTF)

अन्य पुलिसकर्मी: गणेश सिंह बिष्ट, संजय शर्मा, नासिर, उमेश राज, सूरज कुमार, कुलदीप सिंह, मदन सिंह, जगदीश कन्याल, राकेश्वरी राणा

पिथौरागढ़ से:

1- उ.नि. प्रकाश पाण्डे (प्रभारी SOG)

2- का. कमल (SOG)

IG का संदेश व मुख्यमंत्री की पहल:

यह सफलता मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के “ड्रग्स फ्री उत्तराखंड” संकल्प को आगे बढ़ाती है। आईजी कुमाऊं श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल ने कहा कि नेपाल सीमा सहित समूचे कुमाऊं में ड्रग्स के विरुद्ध अभियान और तेज किया जाएगा।

पुलिस की अपील:

“ड्रग मुक्त उत्तराखंड” बनाने में जनता की भागीदारी आवश्यक है। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना टोल-फ्री नंबर 100/112 या निकटवर्ती थाना/चौकी को दें।

यह कार्रवाई उत्तराखंड पुलिस की सजगता, तत्परता और अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति का प्रमाण है।

सम्बंधित खबरें