
खटीमा। किलपुरा वन क्षेत्र से फिर एक चिंताजनक खबर सामने आई है। जंगल में 4 वर्षीय नर हाथी के बच्चे का शव मिलने से वन विभाग में हड़कंप मच गया है। खास बात यह है कि पिछले एक महीने के भीतर यह दूसरा मामला है, जिससे वन्यजीव संरक्षण को लेकर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।
सूचना मिलते ही तराई पूर्वी वन प्रभाग के डीएफओ हिमांशु बागड़ी और एसडीओ संचिता वर्मा टीम के साथ मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का विस्तृत निरीक्षण किया। प्रारंभिक जांच के अनुसार शव और दोनों दांत सुरक्षित मिले हैं तथा मौत 2 से 4 दिन पुरानी बताई जा रही है। हालांकि मृत्यु का कारण अभी स्पष्ट नहीं है।
गश्त के दौरान वन रेंजर मनोज कुमार पांडे की टीम को पश्चिमी किलपुरा-द्वितीय क्षेत्र में शव दिखाई दिया, जिसके बाद उच्चाधिकारियों को सूचित किया गया।
मृत हाथी का पोस्टमॉर्टम तीन सदस्यीय विशेषज्ञ टीम— पशु चिकित्साधिकारी डॉ. राजेंद्र राम, डॉ. राहुल सती और डॉ. हिमांशु ने किया। विस्तृत रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की सही वजह सामने आएगी। विभाग ने नियमों के तहत शव का अंतिम निपटान कर दिया है।
लगातार दो हाथियों के बच्चों की मौत से क्षेत्र में वन्यजीव सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता बढ़ गई है। वन विभाग मामले की विस्तृत जांच कर रहा है।











