सीएम धामी ने जिम कॉर्बेट पार्क से शुरु की वन्यजीव जंतुओं के लिए भोजन की मुहिम

  • जंगली जानवरों के भोजन की चिंता, कॉर्बेट पार्क में लगाए एक हजार फलदार पौधे,
  • हरेला पर्व हर फॉरेस्ट डिविजन में लगेंगे फलदार पौधे

कॉर्बेट पार्क: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने आज जिम कॉर्बेट पार्क से वन्यजीव जंतुओं के लिए भोजन की मुहिम की शुरुआत की, धामी ने एक हजार फलदार प्रजातियों के पौधे लगाए ।

उल्लेखनीय है कि देश में श्री धामी पहले ऐसे मुख्यमंत्री है जिन्होंने वन्य जीवों के लिए भोजन की चिंता की है।उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के 70 फीसदी क्षेत्र में जंगल है और ये महसूस किया जा रहा है कि भोजन के अभाव में वन्यजीव सड़कों और ग्रामों में घरों तक पहुंच रहे है जिससे मानव वन्य जीव संघर्ष बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि हमने उत्तराखंड से इस अभियान की शुरुआत की है।

यह भी पढ़ें 👉  देवभूमि के इस जनपद में अज्ञात शव हुआ, शिनाख्त में जुटी पुलिस

इस मौके पर यूट्यूबर सौरभ जोशी ने भी सीएम धामी के माध्यम से युवा पीढ़ी में पेड़ सेवा और वन्य जीवों के लिए भोजन के लिए फलदार पौधे लगाने का आह्वान किया।
कॉर्बेट के निदेशक डॉ साकेत बडोला ने झिरन्या फॉरेस्ट रेंज में फलदार प्रजाति के पौधे रोप कर इस अभियान को उत्तराखंड में शुरू किए जाने की शुरुआत की।

फाँटो रेंज टाइगर टूरिज्म

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने आज कॉर्बेट पार्क से लगे फ़ाँटों रेंज इको टूरिज्म केंद्र का भी निरीक्षण किया और यहां की टाइगर टूरिज्म विजन की सराहना की, उल्लेखनीय है कि फाँटों रेंज में अब बारहों माह टाइगर ट्यूरिज्म रहेगा, जबकि बरसात में कॉर्बेट पार्क में टाइगर ट्यूरिज्म में विराम लग जाता है। डीएफओ प्रकाश आर्य ने सीएम धामी को जानकारी दी कि इस साल इस जोन ने 25 करोड़ का कारोबार किया है।

यह भी पढ़ें 👉  देहरादून- कूड़ा बीनने वाली लड़की की संदिग्ध मौत,चोरी के शक में चार लड़कों ने कमरे में किया बंद,लड़की ने लगा ली फांसी, जाने पूरा मामला

कार्बेट नेशनल पार्क में सीएम धामी ने किया जंगल सफारी का अनुभव, ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत हुआ 1000 से अधिक पौधारोपण

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज कार्बेट नेशनल पार्क में जंगल सफारी के दौरान वन्यजीवन की अद्भुत और रोमांचकारी झलक का अनुभव किया। उन्होंने कहा कि यह अनुभव केवल प्रकृति की सुंदरता को देखने का नहीं, बल्कि जैव विविधता और प्रकृति की अनमोल विरासत से जुड़ने का अवसर भी है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार के निरंतर प्रयासों के फलस्वरूप जंगल सफारी पर्यटन को आज एक नई पहचान मिली है। देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक उत्तराखण्ड आ रहे हैं, जिससे राज्य की पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है। इसके साथ ही स्थानीय लोगों के लिए स्वरोजगार और आजीविका के नए द्वार भी खुले हैं।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड: फर्जी राशन कार्ड से लेकर, फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने का खेल हुआ उजागर , देखें ये खास रिपोर्ट....

इस अवसर पर ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के अंतर्गत वन विभाग, स्थानीय समुदाय और पर्यावरण प्रेमियों के सहयोग से 1000 से अधिक पौधों का सामूहिक रोपण किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह महज एक पौधा रोपण नहीं, बल्कि मातृत्व और प्रकृति के प्रति सम्मान का भावपूर्ण प्रतीक है।

मुख्यमंत्री ने वन विभाग की टीम से भी भेंट की और उनके द्वारा वनों व वन्यजीवों की सुरक्षा हेतु किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने विभाग की प्रतिबद्धता और समर्पण को राज्य की हरियाली और जैव विविधता के संरक्षण हेतु अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।

सम्बंधित खबरें