
रुद्रपुर – कंटेनर की ड्राइविंग सीट और पीछे माडीफाई कर बनाए गए केबिन में गांजा छिपाकर तस्करी लंबे समय से की जा रही थी। यही नहीं, वह शातिराना तरीके से तीन राज्यों छत्तीसगढ़, बिहार और उत्तर प्रदेश के बार्डर पर पुलिस से बचते हुए ऊधम सिंह नगर के पुलभट्टा थाने तक पहुंच गया।
जहां वाहनों की जांच कर रही एसटीएफ और पुलभट्टा थाना पुलिस ने कंटेनर को जांच के लिए रोका तो चालक ने छत्तीसगढ़ से खाली कंटेनर लाने की बात कही। जिस पर एसटीएफ और पुलिस का माथा ठनक गया और कंटेनर की तलाशी शुरू कर दी।
इस दौरान कंटेनर के ड्राइविंग सीट और पीछे माडीफाई कर बनाए गए केबिन में चार कुंतल 34 किलोग्राम गांजा बरामद हुआ। पूछताछ में उसने बताया कि वह कई बार कंटेनर से गांजा समेत अन्य मादक पदार्थों की तस्करी कर चुका है।
ऊधमसिंह नगर लाई जा रही थी खेप
एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि एसटीएफ कुमाऊं और पुलभट्टा थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि करोड़ों के मादक पदार्थों की खेप ऊधम सिंह नगर लाई जा रही है। इस सूचना के बाद गुरुवार रात एसटीएफ प्रभारी एमपी सिंह, थानाध्यक्ष पुलभट्टा प्रदीप मिश्रा, एसआइ केजी मठपाल, एसआइ बृजभूषण गुरुरानी ने पुलिस टीम के साथ वाहनों की पुलभट्टा क्षेत्र में चेकिंग शुरू कर दी थी।
इस दौरान कंटेनर को जांच के लिए रोका तो चालक ग्राम बिलवा फरदान लखीमपुर खीरी उत्तर प्रदेश निवासी राजू अली पुत्र रहमत अली ने बताया कि वह खाली कंटेनर छत्तीसगढ़ से ला रहा है। जिस पर एसटीएफ और पुलिस काे उस पर शक हो गया। पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया।
बताया कि उसने कंटेनर का ड्राइविंग सीट के ऊपर छत और पीछे केबिन को माडीफाई किया है। जिसमें छिपाकर वह एक करोड़ का गांजा छत्तीसगढ़ से लेकर आ रहा है। इस पर पुलिस ने कटर और हथोड़े से ड्राइविंग सीट के ऊपर बनी छत और केबिन को काटकर चार कुंतल 34 किलोग्राम गांजा बरामद किया।
एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि पूछताछ में उसने बताया कि वह इससे पहले भी इसी तरह से कंटेनर में मादक पदार्थ छिपाकर तस्करी कर चुका है। बताया कि छत्तीसगढ़, बिहार और यूपी बार्डर पर पुलिस चेकिंग से बचने के लिए वह कंटेनर को खाली लाता था। कंटेनर को खाली देखकर पुलिस एक नजर देखकर छोड़ देती थी। बताया कि बरामद गांजा की खपत बाजपुर, रुद्रपुर, गदरपुर आदि क्षेत्रों में की जानी थी।
एसी ले गया था झारखंड, लाते समय लाया गांजा
रुद्रपुर: एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि पूछताछ में चालक राजू अली ने बताया कि वह पेशे से ड्राइवर हैं और उत्तराखंड से सामान यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड और उड़ीसा आदि राज्यों में ले जाता है। वापसी में कभी-कभी मादक पदार्थों की सप्लाई ले आता हैं। इस बार वह रुद्रपुर स्थित प्लाई फैक्ट्री से झारखंड एसी लेकर गया था। वापसी में झारखंड से गांजा भरकर ला रहा था।
एसएसपी ने बताया कि पूछताछ में उसने बताया कि वह झारखंड में सुरेश गुप्ता नाम के व्यक्ति के कहने पर झारखंड से ऊधम सिंह नगर के लिए गांजा लेकर आया है। जिसे भारी मुनाफे पर बेचा जाना था। पूछताछ में अन्य कई ड्रग्स पैडलरों के नाम की जानकारी हुई है। जिनके संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है।
आपराधिक इतिहास खंगाल रही पुलिस
रुद्रपुर: एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि गिरफ्तार राजू अली का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। इसके लिए ऊधम सिंह नगर के सभी थानों में उस पर प्राथमिकी पंजीकृत है या नहीं, इसकी जांच की जा रही है। इसके अलावा यूपी पुलिस से भी संपर्क कर उसका आपराधिक इतिहास का पता लगाया जा रहा है।
उत्तराखंड की सबसे बड़ी मादक पदार्थ की है तस्करी
एसटीएफ कुमाऊं प्रभारी एमपी सिंह ने बताया कि एसटीएफ और ऊधम सिंह नगर पुलिस की चार कुंतल 34 किलोग्राम पकड़ी गई गांजा की खेप अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी है। इससे पहले वर्ष, 2024 में एसटीएफ और पुलिस ने तीन कुंतल गांजा बरामद किया था।