हरिद्वार:- श्यामपुर जंगल में मिली अधजली लाश के रहस्य से आखिरकार पर्दा उठ गया है। पुलिस जांच में सामने आया कि यह कोई सामान्य हत्या नहीं, बल्कि एक फिल्मी कहानी जैसी सच्ची वारदात थी — जिसमें प्यार, शक, और जिद ने मिलकर तीन ज़िंदगियों को तबाह कर दिया।
इस मामले में ऊधमसिंह नगर निवासी ट्रक चालक सलमान ने अपनी प्रेमिका सीमा खातून की हत्या कर उसके शव को जलाने की कोशिश की। पूरी वारदात में उसकी मददगार बनी उसकी परिचित मेहरुन्निशा, जो अब सलाखों के पीछे है।
प्रेम संबंध बना मौत की वजह
सलमान कुछ साल पहले सऊदी अरब में काम करता था और इसी साल जून में वापस लौटा था। घर बनवाने के दौरान उसकी मुलाकात शादीशुदा सीमा खातून से हुई, जो दो बच्चों की मां थी। बातचीत बढ़ी, नज़दीकियां बढ़ीं और रिश्ता प्रेम में बदल गया।
लेकिन जैसे-जैसे समय बीता, सीमा सलमान पर शक करने लगी और उस पर दबाव डालने लगी कि वह किसी और से शादी न करे।
“तू किसी और से शादी नहीं करेगा” — सीमा की जिद
सलमान ने जब किसी और लड़की से शादी की बात कही, तो सीमा ने इसका कड़ा विरोध किया। उसने सलमान को धमकी दी कि अगर वह किसी और से शादी करेगा तो वह खुदकुशी कर लेगी। यह बात सलमान के मन में डर और गुस्सा दोनों भरने लगीं।
17 अक्टूबर को सीमा लगातार सलमान को फोन कर रही थी, लेकिन वह कॉल नहीं उठा रहा था। गुस्से में उसने अपनी परिचित मेहरुन्निशा को साथ लिया और सलमान से मिलने उसके ट्रक के पास पहुंच गई, जो उस समय माल लेकर देहरादून मंडी जाने की तैयारी में था।
गुस्से में ली जान, फिर मिटाने की कोशिश सबूतों की
सीमा ने वहां पहुंचकर सलमान को फोन न उठाने पर खरी-खोटी सुनाई और थप्पड़ भी जड़ दिया। बात बढ़ी, तो सलमान ने भी उसे मारा और झगड़ा हिंसक हो गया। गुस्से में आकर सलमान ने सीमा की चुन्नी से गला घोंट दिया।
हत्या के बाद उसने मेहरुन्निशा की मदद से शव को ठिकाने लगाने की साजिश रची। पहले उसने मेहरुन्निशा को कुंडा के पास उतारा, फिर खुद ट्रक लेकर नगीना पहुंचा, डीजल खरीदा और शव को श्यामपुर के जंगल में ले जाकर जलाने की कोशिश की ताकि पहचान मिटाई जा सके।
पुलिस के अनुसार, सलमान ने पूरी वारदात सिर्फ 22 मिनट में अंजाम दी।
22 मिनट का गैप बना पुलिस की सबसे बड़ी लीड
सीओ सिटी शिशुपाल सिंह नेगी ने बताया कि यह मामला पुलिस के लिए एक ब्लाइंड केस था। अधजली लाश मिलने के बाद कोई पहचान नहीं हो पा रही थी। लेकिन मोबाइल सर्विलांस, तकनीकी जांच और सीसीटीवी फुटेज ने मामले की परतें खोल दीं।
श्यामपुर-देहरादून हाईवे पर लगे कैमरों की जांच में पाया गया कि अधिकांश ट्रक 2-3 मिनट में गुजर रहे थे, लेकिन एक सफेद कंटेनर ट्रक ऐसा था जो अगले कैमरे में 22 मिनट बाद दिखा।
इसी ट्रक की पहचान सलमान के रूप में हुई — और यही सुराग इस ब्लाइंड मर्डर केस को सुलझाने की कुंजी साबित हुआ।
👩👧 मां की मौत से उजड़ गया परिवार
सीमा खातून की मौत ने उसके दो मासूम बच्चों से मां का साया हमेशा के लिए छीन लिया। वहीं सलमान और मेहरुन्निशा के जेल पहुंचने से दो और परिवारों की दुनिया उजड़ गई।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि जांच अभी जारी है।











