
हरिद्वार/देहरादून – सावन मास में उत्तराखंड की पवित्र कांवड़ यात्रा को सुरक्षित, शुद्ध और ठगी-मुक्त बनाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए ‘ऑपरेशन कालनेमि’ की शुरुआत की है। इस विशेष अभियान के तहत साधु-संतों के भेष में घूम रहे फर्जी बाबाओं, ठगों और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है।
अब तक हरिद्वार और देहरादून पुलिस द्वारा दर्जनों फर्जी साधुओं को पकड़ा गया है। इनमें से 6 मुस्लिम व्यक्ति और एक बांग्लादेशी नागरिक की गिरफ्तारी भी हुई है। बांग्लादेशी युवक की पहचान रूकन रकम उर्फ शाह आलम के रूप में हुई है, जिसके पास से बांग्लादेशी पहचान पत्र भी मिला है। ये सभी लोग साधु-संतों के वेश में कांवड़ियों से ठगी, उगाही और भीख मांगने जैसे कृत्यों में लिप्त थे।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने सरकार के इस ऑपरेशन की खुले दिल से सराहना करते हुए कहा कि — “फर्जी साधुओं की पहचान और सफाई बेहद जरूरी है ताकि सच्चे श्रद्धालुओं को सुरक्षित वातावरण मिल सके।”
वहीं, विश्व हिंदू परिषद (VHP) से जुड़े यशवीर महाराज ने भी एक अलग मुहिम शुरू की है। उन्होंने हरिद्वार में हर की पैड़ी पर पहुंचकर दुकानदारों को भगवा झंडे और भगवान वाराह की तस्वीरें बांटीं। यशवीर महाराज का कहना है कि इस अभियान का उद्देश्य कांवड़ यात्रा को फर्जी और असामाजिक तत्वों से शुद्ध रखना है।