साइबर ठग ने हेल्थ स्मार्ट कार्ड केवाईसी अपडेट कराने के नाम पर कर दी 17 लाख रुपए से अधिक की ऑनलाइन ठगी

देहरादून। देहरादून के डालनवाला निवासी एक व्यक्ति से ओएनजीसी कर्मचारी बनकर ऑनलाइन धोखाधड़ी की गई। एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन करके हेल्थ स्मार्ट कार्ड केवाईसी

देहरादून। देहरादून के डालनवाला निवासी एक व्यक्ति से ओएनजीसी कर्मचारी बनकर ऑनलाइन धोखाधड़ी की गई। एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन करके हेल्थ स्मार्ट कार्ड केवाईसी अपडेट कराने के नाम पर उससे व्यक्तिगत जानकारी और बैंक डिटेल्स हासिल कर ली। इसके बाद आरोपी ने पीड़ित के बैंक खाते से 17.88 लाख रुपये निकाल लिए।

पीड़ित ने मामले की शिकायत डालनवाला थाने में दर्ज कराई है। इंस्पेक्टर डालनवाला मनोज कुमार मेनवाल ने बताया कि धर्मचंद ओएनजीसी से अफसर के पद से रिटायर हैं। उन्हें बीते 27 जुलाई को एक अज्ञात नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को ओएनजीसी का कर्मचारी बताते हुए हेल्थ स्मार्ट कार्ड केवाईसी अपडेट कराने की बात कही। पीड़ित ने भरोसा करके अपनी व्यक्तिगत जानकारी और बैंक डिटेल्स दे दी। आरोपी ने पीड़ित को एक लिंक भेजा और कहा कि यह ओएनजीसी का हेल्थ कार्ड फॉर्म है। पीड़ित ने लिंक पर क्लिक करके फॉर्म भर दिया। इस दौरान खाते से 17.88 लाख रुपये निकाल लिए। जब पीड़ित को इस बात का पता चला तो तुरंत बैंक गए और मैनेजर से बात की। मैनेजर ने बताया कि पीड़ित की इंटरनेट बैंकिंग चालू कराई गई थी और आरोपी ने इसी के जरिए उसके खाते से पैसे निकाले हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।

अपडेट कराने के नाम पर उससे व्यक्तिगत जानकारी और बैंक डिटेल्स हासिल कर ली। इसके बाद आरोपी ने पीड़ित के बैंक खाते से 17.88 लाख रुपये निकाल लिए।

पीड़ित ने मामले की शिकायत डालनवाला थाने में दर्ज कराई है। इंस्पेक्टर डालनवाला मनोज कुमार मेनवाल ने बताया कि धर्मचंद ओएनजीसी से अफसर के पद से रिटायर हैं। उन्हें बीते 27 जुलाई को एक अज्ञात नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को ओएनजीसी का कर्मचारी बताते हुए हेल्थ स्मार्ट कार्ड केवाईसी अपडेट कराने की बात कही। पीड़ित ने भरोसा करके अपनी व्यक्तिगत जानकारी और बैंक डिटेल्स दे दी। आरोपी ने पीड़ित को एक लिंक भेजा और कहा कि यह ओएनजीसी का हेल्थ कार्ड फॉर्म है। पीड़ित ने लिंक पर क्लिक करके फॉर्म भर दिया। इस दौरान खाते से 17.88 लाख रुपये निकाल लिए। जब पीड़ित को इस बात का पता चला तो तुरंत बैंक गए और मैनेजर से बात की। मैनेजर ने बताया कि पीड़ित की इंटरनेट बैंकिंग चालू कराई गई थी और आरोपी ने इसी के जरिए उसके खाते से पैसे निकाले हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।

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