
लालकुआं। गौला और नंधौर नदी के खनन सीजन की शुरुआत नजदीक आने के साथ ही खनन से जुड़े व्यवसायियों की परेशानियां भी बढ़ने लगी हैं। 15 साल पुराने वाहनों की फिटनेस फीस में की गई दस गुना बढ़ोतरी के विरोध में आज खनन व्यवसायियों का एक शिष्टमंडल खटीमा पहुंचा और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की।
गौला खनन मजदूर उत्थान समिति के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में अभी भी वाहनों की फिटनेस फीस 1850 रुपये है, जबकि उत्तराखंड में 15 साल पुराने वाहनों के लिए यह शुल्क लगभग 18 हजार रुपये तक कर दिया गया है। यह शुल्क अत्यधिक है और खनन व्यवसाय पर सीधा असर डाल रहा है।
मुख्यमंत्री धामी ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि वह इस विषय पर संबंधित अधिकारियों से चर्चा कर शुल्क में राहत देने पर विचार करेंगे।
ज्ञापन देने वालों में समिति के अध्यक्ष रमेश चंद्र जोशी, महामंत्री जीवन कबडवाल, सचिव इंद्र सिंह नयाल और मीडिया प्रभारी रमेश कांडपाल शामिल रहे।











